पहाड़ों की रानी-दार्जिलिंग हिल स्टेशन

Darjeeling- Toy train
  • Table of Contents
  • 1-Intoduction-दार्जिलिंग: पहाड़ों की रानी के मुकुट में जड़ा चमकता हीरा
  • 2-दार्जिलिंग का इतिहास और संस्कृति
  • 3-दार्जिलिंग के दर्शनीय स्थल
  • 4टाइगर हिल – से उगते सूरज की मनोहारी छटा
  • 5-दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे
  • 6-दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे
  • 7-दार्जीलिंग के चाय बागान
  • 8-हिमालयन जुलोजीकल पार्क
  • 9-अन्य आकर्षण
  • 10-दार्जीलिंग मे खाना और व्यंजन
  • 11-दार्जिलिंग कैसे पहुंचे
  • 12-दार्जिलिंग जाने का सही समय
  • 13-अंत में

1-Intoduction-दार्जिलिंग: पहाड़ों की रानी के मुकुट में जड़ा चमकता हीरा

पहाड़ों की रानी-दार्जिलिंग हिल स्टेशन -दार्जिलिंग, भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जिसे प्यार से “पहाड़ों की रानी” भी कहा जाता है। हिमालय की तलहटी में 2,134 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, यह शहर अपनी मनमोहक प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध संस्कृति और विश्व प्रसिद्ध दार्जिलिंग चाय के लिए जाना जाता है।

Darjeeling

2-दार्जिलिंग का इतिहास और संस्कृति:

19वीं शताब्दी में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा स्थापित, दार्जिलिंग जल्दी ही एक लोकप्रिय ग्रीष्मकालीन रिट्रीट बन गया। यहाँ की ठंडी हवा और मनोरम दृश्य यूरोपीय लोगों को आकर्षित करते थे। समय के साथ, दार्जिलिंग ने एक अनूठी संस्कृति विकसित की, जो नेपाली, तिब्बती और ब्रिटिश प्रभावों का मिश्रण है।

Darjeeling- Birds-eye-view

3-दार्जिलिंग के दर्शनीय स्थल:

दार्जिलिंग पर्यटकों के लिए स्वर्ग है। टाइगर हिल से सूर्योदय देखना, दुनिया की सबसे ऊंची रेल लाइन, दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे में सवारी करना, घुम मठ और रोपवे से शहर का विहंगम दृश्य देखना, और प्रसिद्ध घोडा सवारी का आनंद लेना यहाँ के कुछ लोकप्रिय गतिविधियों में शामिल हैं।

4टाइगर हिल – से उगते सूरज की मनोहारी छटा

Darjeeling - Tiger hill

दार्जिलिंग में टाइगर हिल सूर्योदय /Sunrise के लिए काफी प्रसिद्ध है। यहाँ से कंचनगंगा की पहाड़ियों के बीच से निकलता हुआ सूरज बडा मनोहारी लगता है । यह चारों ओर रंग-बिरंगी किरणों की छटा बिखेरता है, जो बहुत ही खूबसूरत दिखाई देता है । यहा आने के लिए शुल्क 50 रुपये लगता है।

 5-दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे

Darjeeling- Train

दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे, जिसे डीएचआर या टॉय ट्रेन के नाम से भी जाना जाता है, एक 2 फीट (610 मिमी) गेज रेलवे है जो भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग के बीच चलती है। यह लगभग 88 किमी (55 मील) लंबा है।1999 से इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। दार्जिलिंग से घूम और वापसी तक दो घंटे की ‘जॉय राइड’ की टॉय-ट्रेन यात्रा बहुत ही आनंद दायक होती है ,क्योंकि यह ट्रेन दार्जिलिंग से पहले विभिन्न बस्ती, मोहल्ले और बाजारों में होकर गुजरती है।

Darjeeling- Toy train

6-दार्जिलिंग रोपवे

Darjeeling- Ropeway

5 किमी लंबा रोपवे (यानी हर तरफ 2.5 किमी) [1] शहर में एक पर्यटन स्थल है। इसमें सोलह कारें शामिल हैं और यह दार्जिलिंग शहर में “नॉर्थ प्वाइंट” और रम्मान नदी के तट पर सिंगला के बीच चलती है। रोपवे की यात्रा से दार्जिलिंग के आसपास की पहाड़ियों और घाटियों का मनोहारी दृश्य दिखाई देता है।

7-दार्जीलिंग के चाय बागान:

दार्जिलिंग में कई चाय के बगान हैं, जिसमें हैप्पी वैली का नाम भी शामिल है। यह कई एकड़ में फैला चाय का बगान है, जिसकी हरियाली आपको मंत्रमुग्ध कर सकती है। दार्जिलिंग अपनी विश्व प्रसिद्ध चाय के लिए भी जाना जाता है। हरे-भरे चाय के बागानों में घूमना और ताजी चाय की चुस्की लेना एक अविस्मरणीय अनुभव है। आप यहां चाय कारखानों का दौरा भी कर सकते हैं और चाय बनाने की प्रक्रिया के बारे में जान सकते हैं।

Darjeeling-Tea-state

8-हिमालयन जुलोजीकल पार्क

वर्ल्ड एसोसिएशन फॉर ज़ूज़ एंड एक्वेरियम (WAZA) के अनुसार, विश्व में सबसे अधिक संख्या में हिम तेंदुआ दार्जिलिंग चिड़ियाघर में संरक्षित हैं। पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क, दार्जिलिंग वन्यजीवों के संरक्षण के लिए समर्पित है। इसने वर्ष 1983 में इस दुर्लभ प्रजाति की कैप्टिव प्रजनन परियोजना पर काम शुरू किया गया है । वन्य जीव प्रेमियों के लिए यह एक अनूठा स्थान है ।

9-अन्य आकर्षण:

दार्जिलिंग में पर्यटकों के लिए इन सबके अलावा भी कई अन्य आकर्षण भी हैं, जैसे कि ,मॉनेस्ट्री रोड, घूम मठ, बतसिया लूप ,चोरास्ता ,सिमाना व्यू पॉइंट, अब्ज़रवेटरी व्यू पॉइंट ,सिंगलीला राष्ट्रीय उद्यान , महाकाल धाम, ऑरेंज वैली चाय बागान तथा कुछ अन्य।

Darjeeling-Batasia-loop

10-दार्जीलिंग मे खाना और व्यंजन

दार्जिलिंग में आपको विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन मिलेंगे। मोमोज, थुकपा, और आलू दम कुछ लोकप्रिय तिब्बती व्यंजन हैं। आप यहां नेपाली थाली और चाउ मिन जैसे व्यंजन भी आज़मा सकते हैं।

11-दार्जिलिंग कैसे पहुंचे:

दार्जिलिंग हवाई, रेल और सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। निकटतम हवाई अड्डा बागडोगरा में है, जो दार्जिलिंग से 90 किलोमीटर दूर है। नई जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन निकटतम प्रमुख रेलवे स्टेशन है, जो दार्जिलिंग से 70 किलोमीटर दूर है। दार्जिलिंग सड़क मार्ग द्वारा भी आसानी से पहुँचा जा सकता है।

12-दार्जिलिंग जाने का सही समय

दार्जिलिंग घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से मई और सितंबर से नवंबर तक है। इन महीनों में मौसम सुहावना होता है और आसमान साफ रहता है।

13-अंत में

दार्जिलिंग एक अद्भुत हिल स्टेशन है जो हर किसी को कुछ न कुछ प्रदान करता है। चाहे आप प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेना चाहते हों, समृद्ध संस्कृति का अनुभव करना चाहते हों, या स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेना चाहते हों, दार्जिलिंग निश्चित रूप से आपको निराश नहीं करेगा.

Author: sctri48
मैं डाक्टर हूं ,रेडियोलॉजिस्ट। Mera hindi me blog में मेरी रुचि ब्लाग व रिव्यू लिखने में है। मैं मुख्य रूप से यात्रा ,स्वास्थ्य,जीवन ,शैली मोटिवेशन और विविध विषयों पर लिखता हू। मैं ट्रिपएडवाइजर, गूगल मैप कोरा फोरम पर भी लिखता रहता हू। इसके अलावा गाने में भी मेरी रुचि है। इसके अलावा मैं अंग्रेजी में भी लिखता हूं । My websites are www.travelprolife.com and www.blogsatish.com।

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