Author: sctri48
सुगंध चिकित्सा का जादू Magic of aromatherapy
सुगंध चिकित्सा का जादू Magic of aromatherapy सुगंध चिकित्सा, जिसे अरोमाथेरेपी भी कहा जाता है,…
गठिया का निदान इससे बचाव व उपचार
गाठिया लगभग १५० के करीब रोगों का एक समूह है लेकिन उसमे ओस्टेओआर्थ्रितिस ,रुमेटीक आर्थराइटिस ,गोउट, और सोरिओतिक आर्थरिटिस सबसे आम प्रकार के होते है .इनसे पूरी तरह से बचा तो नहीं जा सकता है पर उचित जीवन शैली अपनाई जाय ,और खान-पान तथा वजन को नियंत्रित रखा जाय तो इससे काफी कुछ बचा जा सकता है.
गठिया या सन्धिवात क्या है ?
जोड़ों को प्रभावित करने वाली आम समस्या गठिया जोड़ों में सूजन और जकड़न पैदा करने…
Diabetes and High BP-डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर यानी खतरा ही खतरा।
Diabetes and High BP-डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर यानी खतरा ही खतरा। वास्तव में इन…
Fatty Liver Disease-क्यों फैट्टी लिवर डिजीज तेजी से बढ रहा है ?
Fatty Liver Disease-क्यों फैट्टी लिवर डिजीज तेजी से बढ रहा है ?भारत मे इसकी अभूतपूर्व वृद्धि देखने को मिल रही है जिसका कारण मुख्य रूप से ,तली भुनी चीजे और ट्रांस फैट मे बनाया गया खाद्य पदार्थ है । इसी के कारण मोटापा और मेटाबोलिक सिंड्रोम में भी वृद्धि हो रही है जिसका कारण मुख्य रूप से ,तली भुनी चीजे और ट्रांस फैट मे बनाया गया खाद्य पदार्थ है । इसी के कारण मोटापा और मेटाबोलिक सिंड्रोम में भी वृद्धि हो रही हैटी लीवर रोग, जिसे हिपेटिक स्टीयटोसिस भी कहा जाता है।
Bhartiya yuvao me hart attack ka badhta khatraभारतीय युवाओं में हार्टअटैक का बढ़ता खतरा
भारतीय युवाओं में हार्ट अटैक् के मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है। यह एक गंभीर समस्या है क्योंकि पहले हृदय रोग को बुजुर्गों की बीमारी माना जाता था। अज कल यह युवाओं में तेजी से अपने पाँव पसरता जा रहा है .जिससे भारत के भविष्य असमय ही काल कवालित हो रहे है।
Kyo Genome hamaare sharir ka rashi chakra hai? जीनोम- हमारे शरीर का राशि चक्र है ?
kyo Genome hamaare sharir ka rashi chakra hai ?क्यों जीन हमारे शरीर का एक राशि…
Swasth jeevan shaily/स्वस्थ जीवन शैली
Swasth jeevan shaily/स्वस्थ जीवन शैली-स्वस्थ जीवन शैली को अपनाना एक सफल और आनंदपूर्वक जीवन जीने की…
Disease kya hai ? बिमारी क्या है?
बिमारी एक जीवित जीव में उसकी संरचना या कार्य में एक विकार पैदा करना है .यह उसके बाहरी या आंतरिक हानिकारक तत्वो या कारको से होती है .ये कारक चोट लगना , संक्रमण, अनुवांशिक दोष ,पोषण तत्वों की कमी ,शरीर में विषाक्त पदार्थो या ऑटो-इम्मुन विकारों के कारण हो सकता है .
Swaasthya ka bahuaayami dristikonस्वास्थ्य का बहुआयामी दृष्टिकोण।
स्वास्थ्य केवल एक नहीं बल्कि बहु-आयामी दृष्टिकोण है। सबसे पहले, शारीरिक कल्याण नींव बनाता है। यह मूलतः नियमित व्यायाम करना ,पौष्टिक खाद्य पदार्थों के सेवन करना दर्शाता है