Swasth jeevan shaily/स्वस्थ जीवन शैली-स्वस्थ जीवन शैली को अपनाना एक सफल और आनंदपूर्वक जीवन जीने की तरफ महत्वपूर्ण कदम है
आधुनिक जीवन की भागदौड़ मे अक्सर लोग स्वास्थ्य को प्राथमिकता नही देते । एक स्वस्थ जीवन शैली को अपनाना अति आवश्यक है। यह केवल सही खाने या कभी-कभी जिम जाने से ही सम्बंदित नहीं है ,बल्कि इसमें आपके शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का एक समग्र दृष्टिकोण शामिल है। आइए जाने कि एक स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने के लिए हमें क्या करने की आवश्यकता होती है।
- टेबल ऑफ़ कंटेंट
- 1-शरीर को सुचारु रूप से कार्य करने के लिए उचित पोषण आवश्यक
- 2-हमेशा हाइड्रेटेड रहें.
- 3-शारीरिक गतिविधि को प्राथमिकता दें–
- 4-तनाव प्रबंधन
- 5-अपने परिवार और मित्रो के साथ क्वालिटी समय बिताये।
- 6-पर्याप्त नींद लें.
- 7- कृतज्ञता और सकारात्मकता का अभ्यास करें.
- 8-और अंत में
- शरीर को सुचारु रूप से कार्य करने के लिए उचित पोषण आवश्यक
Swasth jeevan shaily/स्वस्थ जीवन शैली-एक स्वस्थ जीवन शैली की आधारशिला इस बात में निर्भर है कि आप क्या खाते हैं। आप अपने भोजन में ,फलों, सब्जियों, कम पके अनाज, लीन प्रोटीन और स्वस्थ फैट से भरपूर संतुलित आहार अपनाये । क्योंकि ये सब खाद्य पदार्थ हमें आवश्यक पोषक तत्व, विटामिन और खनिज प्रदान करते हैं। भोजन संतुलित मात्रा और विविधता होनी चाहिए। तले भुने खाद्य पदार्थ और प्रोसेस्सड खाद्य पदार्थ, पिजा बर्गर ,और अत्यधिक मात्रा में नमक और अस्वास्थ्कर ट्रांसफैट को सीमित मात्रा में लें ।
2. हमेशा हाइड्रेटेड रहें
आपके भोजन के पाचन से लेकर मानसिक कार्य तक, हर शारीरिक कार्य के लिए पानी आवश्यक है। दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की आदत डालें। यह कोशिकाओं की क्रिआओ और ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। इससे त्वचा भी चमकदार और स्वस्थ रहती है. यह शरीर की डेटॉक्स क्रिआओं में भी सहायता करता है। नियमित रूप से पानी पीने के लिए खुद को याद दिलाने के लिए अगली पानी की बोतल या गिलास भरा रखे।
3. शारीरिक गतिविधि को प्राथमिकता दें
शरीर को चुस्त-दरुस्त बनाये रखने और दिमाग को सक्रिय रखने के लिए नियमित व्यायाम अति आवश्यक है। सप्ताह के ज्यादातर दिनों में कम से कम 30 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाले व्यायाम को अपनी रुटीन में शामिल करें। इसके आलावा उन अपनी मन पसंद गतिविधियों का पता लगाएं जिनमें आप आनंद आता हो। जैसे तेज चलना, साइकिल चलाना, तैराकी, योग, संगीत ,गाना या नृत्य । मांसपेशियों की शक्ति बढ़ाने का व्यायाम अपने अभ्यास को शामिल करने से मांसपेशियों की शक्ति बढ़ती है और हड्डिया भी मजबूत होती है. इससे आपके समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है ,साथ ही साथ आयु भी बढ़ती है।
तनाव आज हमारे जीवन के हर अंग में व्याप्त है. इसका उचित प्रबंधन करना अनिवार्य है. क्योकि यह आपके जीवन की डोर को धीरे धीरे कुतरता रहता है ,और आयु भी कम कर देता है , उसको अस्त व्यस्त कर देता है .इसी से सम्बंधित समय-प्रबंधन है .अगर हम अपने दैनिक कार्यों और समय के बीच तालमेल बैठा ले तो काफी कुछ तनाव कम हो जाता है. इसके लिए हमें सभी कार्यो की एक सूची बनाकर उसका समय निर्धारित कर लेना चाहिए. इसके लिए प्रतिदिन व्यायाम टहलना ,योगा, प्राणायाम या गहरी सांस लेना आदि के लिए भी कम से कम एक घंटा अवश्य निर्धारित करना चाहिए.
5. अपने परिवार और मित्रो के साथ क्वालिटी समय बिताये।
आजकल लोग आप ने मोबाईल , में सोशल मीडिया -फेसबुक ,व्हाट्सअप ,ट्विटर आदि पर लिख करऔर वीडियो देखने में ही व्यस्त रहते है. उन्हें वास्तविक रूप से लोगो से हंसने ,चुलकुले या मजाक शेयर करने का समय ही नही मिलता। आपके समाजिक व् मानसिक स्वास्थय के लिए यह आवश्यक है की आप सबके साथ क्वालिटी समय बिताये या पिकनिक पर जाए.
6. पर्याप्त नींद लें
समग्र स्वास्थ्य और जीवन शक्ति के लिए क्वालिटी नीद लेना जरूरी है। हमें हर रोज 7-8 घंटे की आरामदायक नींद लेने का गोल निर्धारित करना चाहिए। एक आरामदायक सोने की दिनचर्या बनाएं, सोने के पहले टीवी और मोबाइल का देखना कम करें तथा यह सुनिश्चित करें कि आपकी नींद का वातावरण आराम करने के लिए अनुकूल है।
7. कृतज्ञता और सकारात्मकता का अभ्यास करें
एक पॉजिटिव मानसिकता पैदा करना और कृतज्ञता का अभ्यास करना ,जीवन पर आपके समग्र दृष्टिकोण के लिए जरुरी है है। उन चीजों पर अपना ध्यान करने के लिए प्रत्येक दिन समय निकालें जिनके लिए आप आभारी हैं, और अपने जीवन के सकारात्मक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करें। अपने को उन्ही व्यक्तियों और मित्रों के संपर्क में रहे जो आपको प्रोत्साहित करते हो.
8-अंत में
स्वस्थ जीवन शैली को अपनाना एक ऐसी यात्रा है जिसके लिए प्रतिबद्धता, निरंतरता जरुरी होती है। हमें पौष्टिक भोजन लेना, नियमित व्यायाम और अन्य स्वस्थ गतिविधियों को प्राथमिकता देना चाहिए .और अपने मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिये. इस प्रकार आप समग्र कल्याण और जीवन की गुणवत्ता को बढ़ा सकते हैं।, इसलिए प्रबंधन को कई चरणों से शुरू करें . स्वस्थ आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। . सतीश त्रिपाठी sctri 48