महत्वपूर्ण तथ्य PAHO
- दुनिया भर में 1.3 अरब तम्बाकू उपयोगकर्ता हैं।
- तम्बाकू से हर साल लगभग 80 लाख लोगों की मौत होती है (70 लाख से अधिक सक्रिय धूम्रपान करने वाले और 10 लाख से अधिक गैर-धूम्रपान करने वाले जो सेकेंड-हैंड धुएं के संपर्क में आते हैं), जिनमें अमेरिका में 10 लाख लोग शामिल हैं।
- धूम्रपान करने वालों की जीवन प्रत्याशा धूम्रपान न करने वालों की तुलना में कम से कम 10 वर्ष कम होती है।
- क्षेत्र में तम्बाकू के उपयोग से होने वाली मृत्यु दर हृदय रोग से होने वाली मौतों में से 15%, कैंसर से होने वाली 24% मौतों और पुरानी श्वसन रोगों से होने वाली 45% मौतों के लिए जिम्मेदार है।
- IRONY /विडम्बना
- Ban के बाद भी पान मशाला ओर गुटखा २ से १० रुपए तक के पाउच में आसानी से हर जगह उपलब्ध।
Dangerous effect on Health स्वास्थ्य संबंधी खतरे:
- Table of Contents
- 1: DANGERS OF PAN MASAALA AND GUTKHA.खतरे पान मशाला व गुटखा के।
- 2:-Ads of Pan Mashaala and Gutka पान मसाला और गुटका का प्रचार.
- 3-Dangerous effects of Pan Mashaala and Gutkhaa .
- 3.1:DANGERS OF PAN MASAALA AND GUTKHA.खतरे, पान मशाला व गुटखा के।
- 3.2: Heart-Disease-हृदय रोग
- 3.3:–Breathing Problems श्वसन संबंधी समस्याएं:
- 3.4:–Digestive Problems पाचन संबंधी समस्याएं:
- 3.5:–Reproductive Problem–प्रजनन संबंधी समस्याएं:
- 3.6:-Mental Problems मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं:
- 4:-देखिए न्यूज डेली दैनिक जागरण में आज, दिनांक १२ अप्रेल २४ की रिपोर्ट (लाल घेरे में)
- 5:-Other Harmful effects Social Effects
- 5.1: Social Effects:-सामाजिक प्रभाव
- 5.2:-रोगों का प्रसार
- 5.3:-Economical Effects आर्थिक
- 6:-सारांश
1: DANGERS OF PAN MASAALA AND GUTKHA.खतरे पान मशाला व गुटखा के।-पान मसाला और गुटका सिगरेट पीने से भी अधिक खतरनाक हैं, क्योंकि इनमें तम्बाकू के साथ साथ सुपारी, बुझा चूना, कत्था जैसे तत्वों का मिश्रण होता है, जो मुंह के कैंसर, मसूड़ों की बीमारी ,Leucoplakia/ , (कैंसर के पहले की अवस्था ) व अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं। इसके अतिरिक्त, इन उत्पादों को लंबे समय तक मुंह में रखने की आदत लंबे समय तक मौखिक ऊतकों को हानिकारक रसायनों के संपर्क में लाती है, जिससे लयूकोप्लेकिया हो जाता है जो की कैंसर के पहले की अवस्था है । अगर इसका जड़ उपचार नही किया गया या लापरवाही की गयी तो अगली अवस्था कैंसर ही होती है। जांच में पता चला की सभी पान मसाला में टोटल एश, एश इन्सॉल्यूबल इनडाइल्यूट हाइड्रोक्लोरिक एसिड और मैग्निशियम कार्बोनेट जैसे खतरनाक तत्व पाए गए। इन तत्वों का पान मसाला में प्रयोग पूरी तरह प्रतिबंधित है। लेकिन अब यह दो प्रकार के सैसै में मिलता है , जिसमे एक में हानिकारक तम्बाकू और दूसरे में अन्य तत्व होते है । लोग अक्सर दोनों को मिला कर खाने लगे है , तो बात वही की वही रही ।
2:-Ads of Pan Mashaala and Gutka पान मसाला और गुटका का प्रचार, इलाइची के नाम पर कौन कर रहा है।इलाइची को पाउच में बंद करने की क्या जरूरत है। हरी इलाइची तो वैसे ही छिलका खोल कर खाई जा सकती है। “उड़ जाओ पक्षी बनो न निशाना। कहीं पर निगाहें, कही पर निशाना।”
3-Dangerous efffects of Pan Mashaala and Gutkhaa
- 3.1:Cancer: पान मसाले में कई तरह के हानिकारक रसायन होते हैं, जिनमें से कुछ कैंसरकारी हैं। इनमें से कुछ रसायनों में शामिल हैं:
- Catechew/ सुपारी : यह एक प्रमुख घटक है जिसमें Nitrosamine /निट्रोसामाइन नामक कैंसरकारी यौगिक होते हैं।
- Gutkhaगुटखा: इसमें तंबाकू होता है, जो मुंह, गले, अन्नप्रणाली और फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ाता है।
- Chuna चूना: यह क्षारीय होता है और मुंह के अस्तर को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
- 3.2: Heart-Disease-हृदय रोग: पान मसाला में मौजूद तंबाकू और निकोटीन रक्तचाप और हृदय गति को बढ़ा सकते हैं, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
- 3.3:–Breathing Problems श्वसन संबंधी समस्याएं: पान मसाला चबाने से फेफड़ों में जलन और सूजन हो सकती है, जिससे खांसी, सांस लेने में तकलीफ और अस्थमा COPD and Asthma जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- 3.4:–Digestive Problems पाचन संबंधी समस्याएं: पान मसाला पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है, और पेट में दर्द, अपच और दस्त का कारण बन सकता है। Oral-Health मुंह के स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं: पान मसाला दांतों को दागी सकता है, मसूड़ों की बीमारी का कारण बन सकता है और मुंह के कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।
- 3.5:–Reproductive Problem–प्रजनन संबंधी समस्याएं: पुरुषों में, पान मसाला शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता को कम कर सकता है, जिससे बांझपन हो सकता है। महिलाओं में, यह गर्भपात और समय से पहले जन्म का खतरा बढ़ा सकता है।
- 3.6:-Mental Problems मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं: पान मसाला में मौजूद निकोटीन नशे की लत हो सकता है और अवसाद, चिंता और चिड़चिड़ापन जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
- 4:-देखिए न्यूज डेली दैनिक जागरण में आज, दिनांक १२ अप्रेल २४ की रिपोर्ट (लाल घेरे में) जो उपरोक्त लिखी सभी बातों का जीवित प्रमाण है।
5:-Other Harmful effects Social Effects 5.1: Social Effects:-सामाजिक प्रभाव : पान मसाला चबाने से सामाजिक बहिष्कार और शर्मिंदगी हो सकती है। क्योंकि ऐसे लोग जगह जगह थूकते रहते है। 5.2:-रोगों का प्रसार – यदि गुटका या पान खाने वाला किसी इन्फेक्सन या टी बी से पीड़ित है तो वह थूक के ड्रोपलेट से अनेक लोगो में इन रोगों का प्रसार कर सकता है .
- 5.3:-Economical Effects आर्थिक: पान मसाला एक महंगा व्यसन हो सकता है और यह घरेलू बजट पर बोझ डाल सकता है।
- 5.3:-Economical Effects आर्थिक: पान मसाले के उत्पादन और उपयोग से पर्यावरण को नुकसान हो सकता है।
6:-सारांश
पान मसाला और गुटका, सिगरेट पीने से भी अधिक खतरनाक हैं, क्योंकि इनमें तम्बाकू के साथ साथ सुपारी, बुझा चूना, कत्था जैसे तत्वों का मिश्रण होता है, जो मुंह के कैंसर, मसूड़ों की बीमारी और ,Leucoplakia/ लयूकोप्लेकिया (कैंसर के पहले की अवस्था ) का कारक है। जो की अगर ध्यान न दिया गया तो पूरी तरह से कैंसर मे परिवर्तित हो जाता है । इसकेअलावा यह अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे को बढ़ाता हैं। जैसे हृदय रोग, गले व श्वसन की नली का कैसर Emphysema /दमा ,COPD, पाचन संबंधी समस्या, प्रजनन की समस्या तथा मानसिक रोग । इसके अलावा यह ,आर्थिक और समाजिक समस्याओं को भी जन्म देता है। पान मशाला और गुटखा का सेवन, उस व्यक्ति की आयु को भी लगभग 10 वर्ष कम कर देता है । आश्चर्य की बात यह है कि लोग इस बारे मे जानते हुए भी इसका सेवन लगातार किए जा रहे है। Satish Tripathi sctri48