राम मंदिर अयोध्या की डिजाइन किसने तैयार किया है?
Ayodhya Ram Mandir ki Viseshataअयोध्या राम मंदिर की विशेषता- Ram Mandir अयोध्या राम मंदिर का मूल डिज़ाइन 1988 में सोमपुरा परिवार द्वारा तैयार किया गया था। सोमपुरा की कई पीढ़ियों से दुनिया भर में 100 से अधिक मंदिरों के डिजाइन में योगदान दिया है। सोमनाथ मंदिर के मुख्य वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा थे, उनकी सहायता उनके दो बेटे, निखिल सोमपुरा और आशीष सोमपुरा ने की थी.
राम मन्दिर की विशेसता– र्मंदिर की लम्बाई 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट और उंचाई 161 फुट है। इसके साथ ही, मंदिर में कुल तीन तले हैं, जिसमें हर तल की ऊंचाई 20 फीट है । इस मंदिर में कुल 12 दरवाजे है और ५ मण्डप मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर स्तंभों की संख्या- पहले फ्लोर पर 132 और दूसरे फ्लोर पर 74 है .मंदिर का निर्माण भारतीय नागर शैली में किया गया है .
- १-मंदिर का निर्माण लार्सन एंड टुब्रो कंपनी कर रही है .
- २ -इसका प्रबंधन टाटा कंसल्टिंग इन्जिनीअर लिमिटेड (TCEL) है.
राम मंदिर का क्षेत्रफल- 2.7 एकड़ है। मंदिर की ऊंचाई, 360 फीट है और चौड़ाई 235 फीट है। इसके साथ ही, मंदिर में कुल तीन तल हैं, जिसमें हर तल की ऊंचाई 20 फीट है । इस मंदिर में कुल 12 दरवाजे और शिखरों एवं मंडपों की संख्या 5 है। मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर स्तंभों की संख्या 160, पहले फ्लोर पर 132 और दूसरे फ्लोर पर 74 है।
राम मंदिर में स्थापित बालक राम लला की मूर्ति के मूर्तिकार -१ मुख्य –अरुण योगिराज मैसूर के २- गणेश भट्ट ३-सत्यनारायण पाण्डेय , अरुण योगिराज की पांच पीढ़िया मूर्तिकला में रही है . वे अपनी पांचवी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते है. मूर्ति की स्थापना के बाद ४१ योगिराज ने कहा की वे ” इस पृथ्वी के सबसे भाग्यशाली व्यक्ति है ” क्योंकि उन्ही की बनायी मूर्ति में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा हुई है .राम लला की प्रभावशाली मूर्ति ५१ इंच की है .