Diabetes and High BP-डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर यानी खतरा ही खतरा। वास्तव में इन दोनो का संयोग हमारे शरीर के प्रत्येक अंगों के लिए एक खतरनाक स्थिति उत्पन्न करता है। यह “करेला और नीम चढ़ा “जैसा ही है. नीचे दैनिक जागरण में छपे इस लेख को पढ़ें। इसमें एसजीपीजीआई लखनऊ के गुर्दा विभाग के अध्यक्ष ने इसके बारे में क्या कहा है।
- टेबल ऑफ़ कंटेंट
- 1-टू बिगिन विथ – a- डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर का संबंध b –डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर का प्रबंधन c-डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर के लिए स्क्रीनिंग
- 2- कारण a-आनुवंशिकी b-डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर का प्रबंधन c-डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर के लिए स्क्रीनिंग
- 3-लक्षण
- 4-जटिलताएं
- 5-उपचार
- 6-अंत में
1-टू बिगिन विथ
डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर, दो ऐसी बीमारियाँ हैं जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती हैं। इनमें से किसी भी एक बीमारी का होना ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है, लेकिन जब ये दोनों बीमारियाँ एक साथ हो जाती हैं, तो यह स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है।
- a-डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर का संबंध: डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। डायबिटीज़ वाले लोगों को हाई ब्लड प्रेसर होने का खतरा अधिक होता है, और हाई ब्लड प्रेसर वाले लोगों को डायबिटीज़ होने का खतरा अधिक होता है।
- b-डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर का प्रबंधन: डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर को स्वस्थ जीवनशैली और दवाओं के माध्यम से प्रबंधित किया जा सकता है।
- c-डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर के लिए स्क्रीनिंग: डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर के लिए नियमित रूप से स्क्रीनिंग करवाना महत्वपूर्ण है, खासकर यदि आप इन बीमारियों के लिए खतरे में हैं।
2-कारण:
डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर का संयोग कई कारणों से हो सकता है:
- आनुवंशिकी: यदि आपके परिवार में डायबिटीज़ या हाई ब्लड प्रेसर का इतिहास है, तो आपको इन बीमारियों का खतरा अधिक होता है।
- जीवनशैली: यदि आप स्वस्थ जीवनशैली नहीं जीते हैं, जैसे कि नियमित रूप से व्यायाम न करना, अस्वास्थ्यकर भोजन खाना, और धूम्रपान करना, तो आपको इन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
- अन्य स्वास्थ्य स्थितियां: कुछ अन्य स्वास्थ्य स्थितियां, जैसे कि मोटापा, उच्च कोलेस्ट्रॉल, और नींद की कमी, डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर के खतरे को बढ़ा सकती हैं।
3-लक्षण:
डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर के कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
- बार-बार पेशाब आना: यह डायबिटीज़ का एक आम लक्षण है, खासकर रात में।
- प्यास लगना: डायबिटीज़ वाले लोगों को अक्सर बहुत अधिक प्यास लगती है।
- भूख लगना: डायबिटीज़ वाले लोगों को अक्सर बहुत अधिक भूख लगती है।
- वजन कम होना: डायबिटीज़ वाले लोग बिना किसी प्रयास के वजन कम कर सकते हैं।
- थकान: डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर वाले लोग अक्सर थकान महसूस करते हैं।
- धुंधली दृष्टि: डायबिटीज़ वाले लोगों को धुंधली दृष्टि की समस्या हो सकती है।
- सिरदर्द: हाई ब्लड प्रेसर वाले लोगों को अक्सर सिरदर्द होता है।
- चक्कर आना: हाई ब्लड प्रेसर वाले लोगों को कभी-कभी चक्कर आ सकते हैं।
4-जटिलताएं:
डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर का संयोग कई गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है, जिनमें शामिल हैं:
- हृदय रोग: डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर हृदय रोग के खतरे को बढ़ाते हैं, जिसमें दिल का दौरा और स्ट्रोक शामिल हैं।
- गुर्दे की बीमारी: डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर गुर्दे की बीमारी का कारण बन सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप गुर्दे की विफलता हो सकती है।
- अंधापन: डायबिटीज़ अंधापन का कारण बन सकता है।
- तंत्रिका क्षति: डायबिटीज़ तंत्रिका क्षति का कारण बन सकता है, जिससे सुन्नता, झुनझुनी, और दर्द हो सकता है।
- पैरों में संक्रमण: डायबिटीज़ पैरों में संक्रमण का खतरा बढ़ाता है, जिसके परिणामस्वरूप पैर काटना पड़ सकता है।
5-उपचार:
डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इन बीमारियों को नियंत्रित किया जा सकता है। उपचार में शामिल हैं:
- जीवनशैली में बदलाव: स्वस्थ भोजन खाना, नियमित रूप से व्यायाम करना, और धूम्रपान छोड़ना डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
- दवाएं: डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेसर को नियंत्रित करने के लिए दवाएं भी आवश्यक हो सकती हैं।
6-अंत में
डायबिटीज और उच्च रक्त चाप दोनों ही हमारे शरीर के अंगो पर अपना हानिकारक प्रभाव डालती है ,पर जब ये दोनों एक साथ किसी व्यक्ति के शरीर में होती है तो इनका प्रभाव अधिक खतरनाक हो जाता है .ये ब्रेन ,आँख, ह्रदय गुर्दा और सेक्सुअल फंक्सन सभी को तेजी से नुकसान पहुंचाती है और उनकी क्षमता कम कर देती है .अतः स्वस्थ और दीर्घ जीवन के लिए इनसे सावधान रहना चाहिए ,इनकी नियमित जांच करा कर, उचित उपचार से नियंत्रण में रखना चाहिए . सतीश त्रिपाठी sctri48