Bhartiya yuvao me hart attack ka badhta khatraभारतीय युवाओं में हार्टअटैक का बढ़ता खतरा

Bhartiya yuvao me hart attack ka badhta khatraभारतीय युवाओं में हार्टअटैक का बढ़ता खतरा

भारतीय युवाओं में हार्ट अटैक का बढ़ता खतरा- कारण और बचाव

Bhartiya yuvao me hart attack ka badhta khatraभारतीय युवाओं में हार्टअटैक का बढ़ता खतरा -हाल के वर्षों में, भारतीय युवाओं में हार्ट अटैक् के मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है। यह एक गंभीर समस्या है क्योंकि पहले हृदय रोग को बुजुर्गों की बीमारी माना जाता था। अज कल यह युवाओं में तेजी से अपने पाँव पसरता जा रहा है .जिससे भारत के भविष्य असमय ही काल कवालित हो रहे है।                            अभी अभी आगरा के जे पी पैलेस होटल में कारडीओलोजिकल सोसाईटी आफ इंडिया की संपन्न हुई कार्यशाला में इसे एक गंभीर समस्या बताया गया .इसके बारे में क्या कदम ऊठाया जा सकता है ,इस पर चर्चा हुई. देखे नीचे के दैनिक जागरण में छपे लेख में .

  • टेबल ऑफ़ कंटेंट
  • 1-हृदयाघात के कारण
  • 2-हृदयाघात से कैसे बचाव करे
  • ३-कुछ अतिरिक्त सुझाव
Bhartiya yuvao me hart attack ka badhta khatraभारतीय युवाओं में हार्टअटैक का बढ़ता खतरा

1-हृदयाघात के कारण:

Bhartiya yuvao me hart attack ka badhta khatraभारतीय युवाओं में हार्टअटैक का बढ़ता खतरा
  • धूम्रपान: धूम्रपान हृदय रोग का एक प्रमुख जोखिम कारक है। यह रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और रक्तचाप और हृदय गति को बढ़ाता है।
  • मोटापा: मोटापे से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। यह उच्च रक्तचाप, मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
  • शारीरिक गतिविधि की कमी: नियमित व्यायाम न करने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
  • अस्वास्थ्यकर आहार: अस्वास्थ्यकर आहार, जिसमें अधिक वसा, चीनी और नमक होता है, हृदय रोग का खतरा बढ़ा सकता है।
  • तनाव: तनाव रक्तचाप और हृदय गति को बढ़ा सकता है, जो हृदय रोग का खतरा बढ़ा सकता है।
  • मधुमेह: मधुमेह रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और हृदय रोग का खतरा बढ़ा सकता है।
  • उच्च रक्तचाप: उच्च रक्तचाप रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और हृदय रोग का खतरा बढ़ा सकता है।
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल: उच्च कोलेस्ट्रॉल रक्त वाहिकाओं में प्लाक जमा हो सकता है, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।

2-हृदयाघात से कैसे बचाव करे

  • धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान छोड़ने से हृदय रोग का खतरा काफी कम हो जाता है।
  • स्वस्थ वजन बनाए रखें: स्वस्थ वजन बनाए रखने से हृदय रोग का खतरा कम होता है।
  • नियमित व्यायाम करें: नियमित व्यायाम हृदय रोग का खतरा कम करता है।
  • स्वास्थ्यकर आहार लें: स्वास्थ्यकर आहार हृदय रोग का खतरा कम करता है।
  • तनाव का प्रबंधन करें: तनाव का प्रबंधन हृदय रोग का खतरा कम करता है।
  • मधुमेह और उच्च रक्तचाप का नियंत्रण करें: मधुमेह और उच्च रक्तचाप का नियंत्रण हृदय रोग का खतरा कम करता है।
  • नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं: नियमित स्वास्थ्य जांच से हृदय रोग का खतरा कम होता है।

युवाओं को हृदय रोग के जोखिम कारकों के बारे में जागरूक होना चाहिए और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हृदय रोग के खतरे को कम करने के लिए कदम उठाने चाहिए।

3- कुछ अतिरिक्त सुझाव दिए गए हैं जो युवाओं को हृदय रोग के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं:

  • अपने परिवार के इतिहास को जानें: यदि आपके परिवार में हृदय रोग का इतिहास है, तो आपके जोखिम बढ़ सकते हैं।
  • नियमित रूप से अपने रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाएं: ये दोनों स्थितियां हृदय रोग का कारण बन सकती हैं।
  • पर्याप्त नींद लें: नींद की कमी आपके रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकती है, जो हृदय रोग के खतरे को बढ़ा सकती है।
  • नशीली दवाओं के दुरुपयोग से बचें: नशीली दवाओं के दुरुपयोग से हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है।     सतीश त्रिपाठी sctri48

Author: sctri48
मैं डाक्टर हूं ,रेडियोलॉजिस्ट। Mera hindi me blog में मेरी रुचि ब्लाग व रिव्यू लिखने में है। मैं मुख्य रूप से यात्रा ,स्वास्थ्य,जीवन ,शैली मोटिवेशन और विविध विषयों पर लिखता हू। मैं ट्रिपएडवाइजर, गूगल मैप कोरा फोरम पर भी लिखता रहता हू। इसके अलावा गाने में भी मेरी रुचि है। इसके अलावा मैं अंग्रेजी में भी लिखता हूं । My websites are www.travelprolife.com and www.blogsatish.com।

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