सुगंध चिकित्सा का जादू Magic of aromatherapy
सुगंध चिकित्सा, जिसे अरोमाथेरेपी भी कहा जाता है, एक प्राचीन और वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति है जो पौधों से प्राप्त सुगंधित तेलों का उपयोग करके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का प्रयास करती है। यह तेल विभिन्न तरीकों से उपयोग किए जाते हैं, जैसे कि मालिश, स्नान, वाष्प या हवा में फैलाकर, से की जाती है ।
प्राकृतिक चीजों के प्रति बढ़ते रुझान के कारण आज सेहत सुधार में भी सुगंध चिकित्सा का इस्तेमाल किया जाने लगा है। भारत में सुगंध चिकित्सा के माध्यम से प्रकृति की ओर वापसी की धारणा को फिर से प्रचलित करने का श्रेय अगर किसी को दिया जाए तो इस कतार में शहनाज हुसैन, ब्लॉसम कोचर और भारती तनेजा जैसे नाम सामने आते हैं। वर्तमान में आलम यह है कि विज्ञान के विकास के चलते आज यह क्षेत्र बेहद विस्तृत हो गया है और एक इंडस्ट्री के रूप में तब्दील हो चुका है। “अमर उजाला “
- विषय सूची
- 1-सुगंध चिकित्सा के लाभ:
- 1.1 –तनाव और चिंता कम करता है
- 1.2 .थकान मिटाती है।
- 1.3 स्वस्थ नींद
- 1.4 –दर्द से राहत देता है।
- 1.5-पाचन में सुधार करता है।
- 1.6-रोगाणुरोधी और एंटीफंगल गुण
- 2–सुगंध चिकित्सा का उपयोग कैसे करें।
- 3-सुगंध चिकित्सा में सावधानियाँ
- 4-सारांश
- 1.1 तनाव और चिंता कम करता है: कुछ तेल, जैसे लैवेंडर और कैमोमाइल, तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- 1.2 थकान मिटाती है जब आप दिन के कामों मे व्यस्त रहते है और शाम तक थक जाते है तो यदि सुगंध स्नान या सुगंध वाष्प ले तो आपकी थकान पूरी तरह मिट जाएगी ।
- 1.3 स्वस्थ नींद : कुछ तेल, जैसे लैवेंडर और सैंडलवुड, नींद को बेहतर बनाने और अनिद्रा को कम करने में मदद कर सकते हैं
- 1.4 –दर्द से राहत देता है: कुछ तेल, जैसे पेपरमिंट और यूकेलिप्टस, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और गठिया के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- 1.5 पाचन में सुधार करता है: कुछ तेल, जैसे अदरक और पुदीना, पाचन में सुधार और अपच को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- 1.6-रोगाणुरोधी और एंटीफंगल गुण: कुछ तेलों में रोगाणुरोधी और एंटीफंगल गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं।
2–सुगंध चिकित्सा का उपयोग कैसे करें:
इसमे सुगंधित तेलों की मालिश, सुगंधित तेलों को पानी मे डालकर स्नान, सुगंधित वाष्प या उसे हवा में फैलाकर, से की जाती है ।
3–सुगंध चिकित्सा में सावधानियाँ
सुगंध चिकित्सा का उपयोग करते समय कुछ सावधानियां बरतना महत्वपूर्ण है:
- गर्भवती महिलाओं और बच्चों को सुगंधित तेलों का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- कुछ तेलों से एलर्जी हो सकती है, इसलिए पहले थोड़ी मात्रा में तेल का उपयोग करके एलर्जी परीक्षण करना महत्वपूर्ण है।
- तेलों को आंखों और नाक में जाने से बचाना चाहिए।
- तेलों को बच्चों और पालतू जानवरों की पहुंच से दूर रखना चाहिए।
4-सारांश
सुगंध चिकित्सा एक प्राकृतिक और सुरक्षित प्रणाली है ,जो हमारे शारीरिक मानसिक और भावनात्मक स्वास्थय को सुरक्षित रखती है । यह प्रकृति से आत्मीयता और आनंद का स्त्रोत भी है। इसका जादुई प्रभाव तन और मन पर काफी समय तक रहता है। सतीश त्रिपाठी sctri48
यह लेख Creative Commons Attribution-ShareAlike 4.0 International (CC BY-SA 4.0) से साभार